जब भी हम सिनेमा या चलचित्र का नाम सुनते हैं तो हमारे सामने एक दृश्य उरभर कर आता है। किसी हाल या किसी चौपाल पर बैठकर या फिर घर-परिवार में एक दृश्य को देखना जो विभिन्न भाव भंगिमाओं,कहानी, संस्कृत, धर्म, जाति, क्षेत्र, रंग रूप आदि विविधताओं से भरा हुआ एक संपूर्ण दृश्य आपके सामने उभर…
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संप्रेषण की प्रक्रिया
कम्युनिकेशन मूल रूप में सूचना या किसी जानकारी को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचने की प्रक्रिया है इसी विधि को संप्रेषण की प्रक्रिया कहते हैं। इस प्रक्रिया में संदेश भेजने वाला अपने संदेश को किसी संचार माध्यम से श्रोता या ग्राहक पहुंचता है। जैसे ही श्रोता या ग्राहक को संदेश प्राप्त होता है…
विज्ञापन लेखन
विज्ञापन- जो प्राप्त नहीं है उसको प्राप्त करने की चेतना उसके प्रति सदैव आकर्षित रहने की चेतना आज के पूंजीवादी दौर में विज्ञापन का एक माध्यम है। विज्ञापन वह आकर्षण है जिसके माध्यम से आधुनिक युग में नए नूतन खोज और मनुष्य की उपयोगिता के आराम पसंद जीवन को सुगम बनाने के लिए जो जो…
टिप्पण (नोटिंग) क्या है?
टिप्पण का नाम अक्सर हम सरकारी कार्यालयों के कामकाज में सुनते रहते हैं। जिसको इंग्लिश में नोट बोलते हैं। आज हम इसी विषय को जानेंगे और पढ़ेंगे की टिप्पण होता क्या है? भारत के सभी कार्यों में कामकाज करने की एक व्यवस्थित और सुनियोजित पद्धति होती है। अक्सर हम देखते हैं कि एक कार्यालय दूसरे…
कोसी का घटवार- शेखर जोशी
कोसी का घटवार कहानी का समीक्षा कोसी का घटवार कहानी के माध्यम से पहाड़ी ग्रामीण परिवेश को हम बहुत अच्छे से जान सकते हैं। इस कहानी को पढ़कर हम समझ सकते हैं कि गांव में लोग कैसे होते हैं? गांव का परिवेश कैसा होता है? गांव में लोगों के बीच प्रेम का स्थान क्या होता…
कानों में कंगना- राधिका रमण प्रसाद सिंह
इस कहानी को शुक्ल जी ने अत्यंत भावुकता पूर्ण कहानी कहा है। राधिका रमण प्रसाद सिंह की पहली कहानी संग्रह कुशमांजलि में ‘कानों में कंगना’ प्रकाशित हुआ। 1913 में ‘हिंदू’ नामक पत्रिका में प्रकाशित हुई। ‘कानों में कंगना’ कहानी में लेखक ने तत्कालीन सामंती परिवेश में पत्नी और वेश्यावृत्ति के बीच प्रेम की टकराहट को दिखाया…
रचनात्मक लेखन में लिखित रूप का महत्व
रचनात्मक लेखन को हम इस रुप में समझ सकते हैं कि जब हम इतिहास का विभाजन करते हैं तो लिखित साक्ष्यों की प्राप्ति के आधार पर करते हैं जैसे जिस काल में लिखित साक्ष्य नहीं मिले उसको प्रागैतिहासिक कहते हैं। जिस काल में लिखित साक्ष्य मिले लेकिन पढ़े नहीं गए उसे आद्य इतिहास कहा गया…
रचनात्मक लेखन में निबंध का महत्व
रचनात्मक लेखन में निबंध को साहित्य का सबसे उत्कृष्ट विद्या माना जाता है। क्योंकि निबंध शब्द का प्रयोग किसी विषय की गंभीरता तार्किकता और बौद्धिकता की विवेचन करने वाले लोगों के लिए भी किया जाता है। निबंध के आरंभकर्ता मानटेन को माना जाता है। मानटेन फ्रांस के रहने वाले थे। माउंटेन ने विभिन्न विषयों पर…
रचनात्मक लेखन का अर्थ और महत्व
रचनात्मक लेखन का अर्थ और महत्व- किसी भी क्षेत्र में जैसे कला, गद्य, पद या फिर किसी भौतिक वस्तु का मौलिक सृजन ही रचना कहलाता है। जो अपने आप में नव सृजित हो। रचनात्मक लेखन से हमारा अभिप्राय है कि किसी भी व्यक्ति द्वारा स्वयं किसी विचार या दर्शन के आधार पर मौलिक रूप से…
संप्रेषण का महत्व
अगर हम संप्रेषण के महत्व की बात करें तो मानव की उत्पत्ति से ही संप्रेषण का महत्व जग जाहिर है। क्योंकि जब भाषा नहीं था तब भी मानव संकेत संप्रेषण के माध्यम से अपने कार्यों को पूर्ण करता था। आज जब भाषा पूर्ण रूप से विकसित हो चुकी है तो आज हम भाषा के रूप…